श्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का संक्षिप्त जीवन परिचय

BIOGRAPHY संक्षिप्त परिचय

बाल्यकाल से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक रहे श्री नरेंद्र सिंह शिवाजी पटेल का जन्म नर्मदा अंचल के एक छोटे से गांव सेमरी तला (जिला होशंगाबाद) में 21 जून 1968 को हुआ।

आप की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा बरेली (जिला रायसेन) में हुई। इसके पश्चात उच्च शिक्षा के लिए विदिशा स्थित तकनीकी महाविद्यालय “सम्राट अशोक तकनीकी संस्थान” (Samrat Ashok Technological Institute SATI) में प्रवेश लिया। वहां से जनपदीय अभियांत्रिकी स्नातक (BE -Bachelor of Engineering) उपाधि प्रथम श्रेणी प्रथम स्थान (गोल्ड मेडलिस्ट) से प्राप्त की है।

आपने “अभियांत्रिकी स्नातक योग्यता परीक्षा” Graduate Aptitude Test in Engineering (GATE) में दो बार सफलता अर्जित कर के “वास्तुकला व योजना संस्थान नई दिल्ली” में आवास योजना परास्नातक पाठ्यक्रम (Master of Planning, Housing) में प्रवेश पाया।
परंतु SATI से शोध सहायक (Research Assistant) का प्रस्ताव मिलने पर वहां चले गए।
आपको “ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग” के आधार पर भारत सरकार की वैज्ञानिक तथा अनुसंधान परिषद सीएसआईआर (CSIR) से रिसर्च फेलोशिप भी प्राप्त हुई।

आध्यात्मिक रुचि के कारण अभियांत्रिकी विद्यार्थी होते हुए भी आपने रामायण, भगवत गीता, महाभारत, वेद और उपनिषद जैसे प्राचीन ग्रंथों का अध्ययन किया है।

माता-पिता तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा व शिक्षा से आप सार्वजनिक जीवन में बचपन से ही सक्रिय हैं।
बाल्यकाल से ही समाज में अस्पृश्यता(छूआछूत) निवारण को लेकर संवेदनशील रहे हैं और इस विषय को लोगों के बीच प्रभावी ढंग से रखने के फलस्वरुप अनेक बार पुरुस्कृत हुए हैं।
पुरुस्कार पाना आपका लक्ष्य नहीं था इसलिए समाज सेवा का यह पुनीत कार्य आज भी जारी रखे हैं।

बाल्यकाल से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ाव होने तथा पिताजी भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय नेता रहे और घर पर ही पार्टी संचालन का केंद्र रहा। इसके परिणामस्वरूप आप बाल्यकाल से ही राजनीति में रुचि लेने लगे।

1984 में लोकसभा चुनाव में अल्प-वयस्क होते हुए भी भारतीय जनता पार्टी के पोलिंग एजेंट बने। भारतीय जनता युवा मोर्चा में सक्रिय हो गए । जमीनी कार्यकर्ता से लेकर मंडल उपाध्यक्ष, जिला उपाध्यक्ष, प्रदेश मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री का दायित्व भारतीय जनता युवा मोर्चा में सफलतापूर्वक निर्वहन किया है।

विभिन्न सामाजिक धार्मिक अध्यात्मिक संस्था में आप सक्रिय रहे हैं और हैं। विद्यालयलीन शिक्षा के समय आप NCC, Scouts आदि में सक्रिय रहे हैं। NCC में तो आप Lance corporal (LCPL) से लेकर Sergeant (SGT) रहे हैं।

“राष्ट्रीय सेवा योजना” में प्रदेश सलाहकार के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदेश सलाहकार नियुक्त किए गए थे।

योग व अध्यात्म में विविध प्रयोग करना आपके रुचि का कार्य रहा है। लेखन में भी रुचि बचपन से रही है अतः विद्यालय की पत्रिका से लेकर महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका के संपादक रहे हैं। सुमन-वाटिका, शिक्षा, पौरुष और Zenith नामक पुस्तकों और पत्रिकाओं में लेखन व संपादकीय कार्य में सहभागिता रही है।

धार्मिक प्रवृत्ति वाले समाजसेवी श्री शिवाजी पटेल तथा श्रीमती सरोज रानी पटेल की द्वितीय संतान के रूप में जन्में नरेंद्र के जीवन में आध्यात्मिकता का संपुट अनुवांशिकी है।

आपने कठोपनिषद पर आधारित “नचिकेता मृत्युदेव संवाद” नाम से सरल भाषा में पुस्तक लिखी है। जिसका प्रकाशन “शारदा प्रकाशन न्यास” द्वारा किया गया है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जन्म शताब्दी के शुभ अवसर पर आपने दीनदयाल जी पर भी पुस्तक लिखी है। वर्तमान में आप “भगवत गीता” पर आधारित किशोर व युवाओं को दृष्टिगत रखते हुए पुस्तक लेखन का प्रयास कर रहे हैं।

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव-2023 में भारतीय जनता पार्टी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती (25 सितंबर 2023) को उदयपुरा विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी बनाया। क्षेत्र के मतदाताओं का अपार समर्थन पाते हुए आपने 3 दिसंबर 2023 को 42823 मतों से विजय प्राप्त की।
भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय एवं प्रदेश नेतृत्व के आशीर्वाद से आपको 25 दिसंबर 2023 (अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर) मध्यप्रदेश के राज्यमंत्री के रूप में शपथ लेने का विशिष्ट अवसर मिला। आप वर्तमान में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव जी के मंत्रिमंडल में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री के रूप में अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं।